Developer Mode Kya Hota Hai - इससे कैसे on ओर off करे पूरी जानकारी
अगर आप किसी ऐप, फोन, या सॉफ्टवेयर के एडवांस फीचर्स का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आपको फोन में मौजूद डेवलपर ऑप्शन के बारे में जानना जरूरी है। तो आज की इस लेख में आप जानेंगे कि डेवलपर मॉड क्या होता है (developer mode kya hota hai)? इसको इनेबल (Enable) और डिसेबल (Disable) कैसे करते हैं।
डेवलपर मॉड क्या होता है (Developer mode kya hota hai)?
डेवलपर मॉड एक हिडन फीचर्स होता है जो ज्यादातर डेवलपर के लिए डिजाइन किया गया है। यह फीचर्स किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम के अंदर एक एडवांस्ड सैटिंग्स पैनल एक्टिवेट करता है। डेवलपर मॉड का इस्तेमाल करके आप सिस्टम लेवल फंक्शनैलिटीज, और डीबगिंग टूल्स का एक्सेस ले सकते हैं जो नॉर्मल यूजर के लिए हिडन होता है।
डेवलपर मॉड का मैन काम होता है डेवलपर को ऐप टेस्टिंग, डीबगिंग, और परफॉर्मेंस एनालिसिस के टूल प्रोवाइड करना। लेकिन अगर आप टेक्नोलॉजी में इंटरेस्ट है, तो आप भी इस मोड का इस्तेमाल करके अपने फोन को एक्सप्लोर और कस्टमाइज कर सकते हैं।
Developer Mode के फायदे?
डेवलपर मॉड के कई फायदे हैं जो एडवांस्ड यूजर्स और डेवलपर्स के लिए काफी हेल्पफुल होता है। आइए इन बेनिफिट्स के बारे में जानते हैं:
1) ऐप डीबगिंग और टेस्टिंग:
अगर आप एक डेवलपर है तो डेवलपर मॉड से यूएसबी डीबगिंग और बग रिपोर्ट जैसे टूल्स का इस्तेमाल करके अपने ऐप को टेस्ट और डिबग कर सकते हैं। या एप के functionality और बग्स को डिटेक्ट करने में हेल्प करता है।
2) डिवाइस कस्टमाइजेशन:
आप फोन के एनीमेशन स्पीड और ट्रांजिशन इफेक्ट को कंट्रोल करके अपने डिवाइस को फास्ट या स्मूथ बना सकते हैं। यह फोन का यूजर एक्सपीरियंस को इंप्रूव करता है।
3) बैटरी परफॉर्मेंस को मॉनिटर करना:
डेवलपर मॉड के जरिए आप सीपीयू और सीपीयू यूसेज का रियल टाइम मॉनिटर कर सकते हैं। यह आपको बता सकता है कि कौन सा ऐप ज्यादा बैटरी कंज्यूम कर रहा है जिसे आप फोन की बैटरी को ऑप्टिमाइज कर सकते हैं।
4) फेक लोकेशन सेट करना:
डेवलपर मॉड के मॉक लोकेशन ऑप्शन के जरिए आप फेक लोकेशन सेट कर सकते हैं। यह फीचर्स जीपीएस based एप के टेस्टिंग के लिए काम आता है। और गेम्स में भी यूजफुल हो सकता है।
5) डिवाइस स्पीड इंप्रूव करना:
आप एनीमेशन ड्यूरेशन और बैकग्राउंड प्रोसेस को लिमिट करके फोन का स्पीड को और बेहतरीन बना सकते हैं।
Mobile me developer option on kaise kare?
- सबसे पहले फोन का सेटिंग्स (Settings) में जाए।
- स्क्रॉल डाउन करें और अबाउट फोन (About Phone) ऑप्शन के ऊपर क्लिक करें।
- अब फिर से स्क्रॉल डाउन करके बिल्ड नंबर (Build Number) ऑप्शन को ढूंढे।
- Build number ऑप्शन पर 7 बार टैप करें। जैसे ही आप टैप करेंगे तो एक मैसेज दिखाई देगा "You are now a developer"।
- इसका मतलब आपका फोन में डेवलपर ऑप्शन इनेबल हो गया है। इस ऑप्शन को एक्सेस करने के लिए आप फिर से सेटिंग्स > सिस्टम ऑप्शन को सेलेक्ट करें और डेवलपर ऑप्शन में टैप करें।
Developer mode ko off kaise kare?
- सेटिंग्स में जाए।
- सिस्टम ऑप्शन के ऊपर क्लिक करें।
- डेवलपर ऑप्शन के ऊपर क्लिक करें।
- अब उस डेवलपर ऑप्शन के आगे जो टॉगल बटन है उसको डिसएबल करें डेवलपर मोड को बंद करने के लिए।
Developer Mode इस्तेमाल करने के नुकसान
डेवलपर मॉड यूज़फुल तो है लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकता है अगर आपको सेटिंग्स का नॉलेज नहीं है। यह रहा कुछ रिस्क इसके बारे में आपका जानकारी होना जरूरी है:
- Security risks: USB debugging इनेबल होने पर आपका फोन का डाटा हैक होने का रिस्क बढ़ जाता है।
- Accidental charges: कुछ सेटिंग्स गलत मॉडिफाई होने से फोन स्लो या अनस्टेबल हो सकता है।
- Battery drain: एडवांस्ड सैटिंग्स के वजह से बैटरी फास्ट ड्रेन होने का चांसेस रहता है।
अंत में
तो दोस्तों डेवलपर मॉड एक बहुत ही पावरफुल फीचर्स है जो नॉर्मल यूजर्स और डेवलपर्स दोनों के लिए काम आ सकता है। इस फीचर्स का सही तरीके से इस्तेमाल करने पर आप अपने फोन को बेटर समझ सकते हैं और कस्टमाइज भी कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखेगी अगर आपको किसी ऑप्शन का नॉलेज नहीं है तो उसे चेंज ना करें।
उम्मीद है कि यह आर्टिकल डेवलपर मॉड क्या होता है? और इसको इनेबल और डिसेबल कैसे करें? इसके बारे में आपको हेल्प करेगा। अगर आपको इनफॉरमेशन हेल्पफुल लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।